bharat ke kaun se pradhanmantri ka karyakal sabse chhota tha :- नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारे इस लेख में आज के इस लेख के मदद से हम जानने वाले हैं कि आखिर भारत के कौन से ऐसे प्रधानमंत्री थे जिनका कार्यकाल सबसे छोटा था।
आपको मालूम होगा कि हमारे देश भारत में अगर कोई भी व्यक्ति प्रधानमंत्री बनता है तो वह तकरीबन 5 वर्ष तक जनता की सेवा करता है और अपने ब्रजस्व को कायम रखता है।
मगर कुछ राजनेता ऐसे भी हैं जिनके प्रधानमंत्री का कार्यकाल तकरीबन 10 से 15 दिनों तक का आ रहा था और उनको किसी ना किसी कारण से इस्तीफा देना पड़ा था,
तो इसी लेख में हम इसी पर विचार विमर्श करने वाले हैं। तो चलिए शुरू करते हैं इस लेख को बिना देरी किए हुए ।
भारत के कौन से प्रधानमंत्री का कार्यकल सबसे छोटा था
अटल बिहारी वाजपेयी भारत के दसवे प्रधानमंत्री थे। अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री के पद पर बरकरार राह कर सिर्फ 16 दिनों तक जनता का सेवा किये थे फिर तकरीबन 16 दिनों के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
अटल बिहारी वाजपेयी जी का कार्यकल इतना छोटा क्यो था ?
अटल बिहारी बाजपेई जी का कार्यकाल इतना छोटा इसलिए था क्योंकि वर्ष 1996 में हुए चुनाव में बीजेपी एक अकेली सब से बड़ी राजनैतिक पार्टी थी। फिर तकरीबन मई 1996 में BJP (भारतीए जनता पार्टी) को जीत मिली और अटल जी को प्रधानमंत्री पद के लिए चुना गया और वो प्रधानमंत्री बन गए।
मगर BJP को दूसरी पार्टियों से अधिक सपोर्ट नहीं मिला, जिस कारण से अटल बिहारी बाजपेई जी का सरकार गिर गई और मात्र 13 दिन में अटल जी को प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा। तो दोस्तों यही वजह था कि अटल बिहारी वाजपेयी जी का कार्यकल इतना छोटा रहा।
भारत के कौन से प्रधानमंत्री का कार्यकल सबसे बड़ा था ?
जवाहर लाल नेहरू भारत के ऐसे प्रधानमंत्री थे जिनका कार्यकल सबसे बड़ा था। दोस्तों हम आपके जानकारी के लिए बता दे कि जवाहर लाल नेहरू हमारे देश के आजादी के बाद लगभग 5 अगस्त 1947 को देश का प्रधानमंत्री पद संभाले थे और प्रधानमंत्री पद पर विराजमान हुवे थे ।
फिर उसके बाद वह तकरीबन 27 तारीख महीना मई 1964 वे वर्ष तक यानि 16 वर्ष 9 महीने 12 दिनों तक प्रधानमंत्री पद पर बने रहे। इस तरह वह अपने मृत्यु से पहले तक यानि 6,130 दिनों तक देश के प्रधानमंत्री बने रहे, इसी लिए जवाहर लाल नेहरू को सबसे बड़ा कार्यकल वाले प्रधानमंत्री माना जाता है।
अटल बिहारी वाजपेयी कौन थे – (अटल बिहारी वाजपेयी का जीवन परिचए)
अटल बिहारी वाजपेयी जी भारत के दसवे प्रधानमंत्री थे और ये ऐसे प्रधानमंत्री थे जिनका कार्यकाल सबसे छोटा था। इनका पूरा नाम अटल बिहारी वाजपेयी ही था और अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्म मध्यप्रदेश में इस्थित किसी ग्वालियर नामक जगह पर 25 दिसम्बर 1924 वे वर्ष में हुवा था।
अटल बिहारी वाजपेयी जी के पिता का नाम कृष्णा अटल बिहारी वाजपेयी था, और इनके माता जी नाम कृष्णा देवी था। अगर हम इनके पत्नी के बारे में बात करे तो इनका विवाह नही हुवा था।
अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय जनता पार्टी के नेता थे और इन्हें कुल सात अवार्ड से नवाजा गया था। जिस में से इन्हें सबसे पहले तकरीबन 1992 में पद्म विभूषण अवार्ड से सम्मानित किया गया था।
फिर वर्ष 1994 में लोकमान्य तिलक अवार्ड से सम्मानित किया गया था। फिर वर्ष 1994 में बेस्ट सांसद अवार्ड से सम्मानित किया गया था। फिर वर्ष 1994 मे पंडित गोविन्द वल्लभ पन्त अवार्ड से सम्मानित किया गया था।
और फिर अंत में 2014 में इन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। फिर दोस्तो तकरीबन 16 अगस्त, 2018 में निमोनिया और बहु अंग विफलता के कारण हुवा था , तो दोस्तों कुछ इस प्रकार से ये थे और इनकी जीवन परिचय थी।
अटल बिहारी वाजपेयी का कार्यकल कब शुरू हुवा था।
अटल बिहारी वाजपेयी का कार्यकल तकरीबन 16 मई, 1996 से शुरू हुआ था, फिर सरकार गिरने के कारण से उन्हें 13 दिनों के बाद इस्तीफा देना पड़ा था लेनकि इस्तीफा देने के बाद वह वापस सत्ता में आये थे।
अटल बिहारी वाजपेयी के प्रमुख रचनाऐ कौन कौन सी है ?
दोस्तों हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अटल बिहारी बाजपेई और राजनेता होने के साथ-साथ एक लेखक भी थे इनके द्वारा लिखे गए रचनाओं को आज भी लोगों द्वारा पढ़ा जाता है और इनके प्रमुख रचनाएं काफी सारे हैं इनके प्रमुख रचनाएं को नीचे में हमने स्टेप बाय स्टेप करके लिखा है तो आप उन्हें ध्यान से पढ़े और समझे।
- अमर बलिदान (लोक सभा में अटल जी के वक्तव्यों का संग्रह)
- कैदी कविराय की कुण्डलियाँ
- रग-रग हिन्दू मेरा परिचय
- मृत्यु या हत्या
- कुछ लेख: कुछ भाषण
- सेक्युलर वाद
- संसद में तीन दशक
- अमर आग है
- राजनीति की रपटीली राहें
- बिन्दु बिन्दु विचार, इत्यादि।
तो दोस्तों अटल बिहारी वाजपेई द्वारा लिखे गए कुछ यही प्रमुख रचनाएं हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी के बाद कौन से प्रधानमंत्री का कार्यकल सबसे छोटा था ?
अटल बिहारी वाजपेयी के बाद गुलजारी लाल नंदा भारत के ऐसे प्रधानमंत्री थे जिनका कार्यकल सबसे छोटा था। पंडित जवाहर लाल नेहरू की निधनं के बाद में गुलजारी लाल नंदा 13 से 16 दिनों तक कार्यवाहक पीएम यानी प्रधानमंत्री बने थे।
हम आपके जानकारी के लिए बता दे कि इन्होंने प्रधान मंत्री के रूप में इस अवधि में तकरीबन 13 पत्रों पर हस्ताक्षर किए, लेकिन उन्हें आधिकारिक तौर पर प्रधान मंत्री के रूप में शपथ नहीं दिलाई गई थी। इन्हें भी पूर्ण बहुमत न मिलने के वजे से इस्तीफा देना पड़ा था।